दिल पर लगती है भाली
बात करे जब घरवाली
साली हँसकर दे दे तो
मीठी लगती है गाली
भरे हैं सब उनके बर्तन [..]
2 अप्रैल , 2024
दिल पर लगती है भाली
बात करे जब घरवाली
साली हँसकर दे दे तो
मीठी लगती है गाली
भरे हैं सब उनके बर्तन [..]
2 अप्रैल , 2024
यार जब से बे-हिजाबी हो गया
बादा-कश मैं और वो साक़ी हो गया
मयकदे जाएगा [..]
2 अप्रैल , 2024
अभी दिल में कोई हसरत नहीं है
महब्बत के लिए फ़ुर्सत नहीं है
हैं ज़िम्मेदारियाँ अफ़्ज़ूँ ये ऊपर
मैं हूँ[..]
2 अप्रैल , 2024
बयां अपने वो दर्द-ओ-ग़म नहीं करता
पिता दु:ख का कभी मातम नहीं करता
थिरकते थे सनम[..]
19 मार्च , 2024
परखचा ना कांच का समझें मुझे
आइना हूँ आइना समझें मुझे
जो रखे अहल-ए-वफ़ा मुझसे यहाँ
सिर्फ वो ही बावफ़ा समझें मुझे
मैं नहीं कोई असीरान-ए-वफ़ा
बेवफ़ा[..]
19 मार्च , 2024
कहीं पहले मैं रहता हूँ कहीं मैं बाद रहता हूँ
मैं बचपन की तरह बिल्कुल यहां आज़ाद रहताहूँ
मुझे पढ़कर भुलाना है नहीं आसाँ मिरे हमदम
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19 मार्च , 2024
किसे कैसे बताऊं ज़िंदगी कैसे ये चलती है
मिरी ऐसी तबीअत है कभी गिरती सँभलती[..]
8 मार्च , 2024
अब वो महब्बत करने के क़ाबिल नहीं रहा
सब कहते हैं सीने में उसके दिल नहीं[..]
7 मार्च , 2024
नहीं दूजा ज़री’आ और न कोई भी बहाना है
उसी रस्ते से जाना है उसी[..]
7 मार्च , 2024
जो हो सच्चा ज़माने को वो बेईमान लगता है
फ़रिशता भी न जाने क्यों इन्हें शैतान लगता है
खिले हैं फूल[..]